“महिला सशक्तिकरण”
द्वारा एन टी वी रिपोर्टर अदिति सुर्यान!
भारत में महिलाओं को पुरूष के समान ना मानना दौनों में भेदभाव करना शुरु से बहुत बड़ा मसला रहा हैं, उस ही पर पंडित जवाहर लाल नेहरु द्वारा कहा गया मशहूर वाक्य “लोगों को जगाने के लिये”, महिलाओं का जागृत होना जरुरी है। एक बार जब वो अपना कदम उठा लेती है, परिवार आगे बढ़ता है, गाँव आगे बढ़ता है और राष्ट्र विकास की ओर उन्मुख होता है। भारत में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये सबसे पहले समाज में उनके अधिकारों और मूल्यों को मारने वाले उन सभी राक्षसी सोच को मारना जरुरी है जैसे दहेज प्रथा, अशिक्षा, यौन हिंसा, असमानता, भ्रूण हत्या, महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा, बलात्कार, वैश्यावृति, मानव तस्करी और ऐसे ही दूसरे विषय। लैंगिक भेदभाव राष्ट्र में सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक अंतर ले आता है जो देश को पीछे की ओर ढ़केलता है। भारत के संविधान में उल्लिखित समानता के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना सबसे प्रभावशाली उपाय है इस तरह की बुराईयों को मिटाने के लिये।
महिलाओं को समान दर्जा और सम्मान दिया जायेगा तभी महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
अदिति सुर्यान
रिपोर्टर
www.newstransportvishesh.com
www.tolwa.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *